🌟 PM Vishwakarma Yojana: हर दिन ₹500 और सस्ता लोन! पारंपरिक कारीगरों के लिए सरकार की बड़ी मदद
सरकार देश के लोगों के लिए कई योजनाएं चलाती है ताकि उन्हें रोज़गार और आर्थिक सुरक्षा मिल सके। इन्हीं योजनाओं में से एक है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) — जो पारंपरिक कारीगरों और श्रमिकों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
💰 हर दिन ₹500 तक की सहायता और सस्ता लोन
इस योजना के तहत लाभार्थियों को रोजाना ₹500 तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके साथ ही, उन्हें बेहद कम ब्याज दर पर लोन भी मिलता है।
👉 पहले चरण में ₹1 लाख तक का लोन
👉 समय पर भुगतान करने पर ₹2 लाख तक की दूसरी किश्त
यह पैसा सीधा लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है, जिससे वे अपने काम को फिर से शुरू कर सकें और दैनिक खर्च पूरे कर सकें।
🧑🔧 किन लोगों को मिलेगा फायदा?
यह योजना विशेष रूप से पारंपरिक कारीगरों और श्रमिकों के लिए है, जैसे —
🔹 बढ़ई
🔹 लोहार
🔹 सुनार
🔹 कुम्हार
🔹 दर्जी
🔹 मोची
🔹 राजमिस्त्री
🔹 नाई
🔹 धोबी
सरकार का मकसद है कि इन पारंपरिक विश्वकर्माओं को फिर से मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था से जोड़ा जाए।
🎓 ट्रेनिंग और आधुनिक टूलकिट की सुविधा
लाभार्थियों को सरकार की ओर से पहचान पत्र, प्रमाणपत्र और प्रशिक्षण दिया जाता है।
🕒 ट्रेनिंग अवधि: 15 दिन
💵 ट्रेनिंग के दौरान प्रतिदिन ₹500 तक की प्रोत्साहन राशि
इसके अलावा, उन्हें आधुनिक उपकरण (टूलकिट) और नए बिजनेस स्किल्स सिखाए जाते हैं ताकि वे बाजार की मांग के अनुसार काम कर सकें।
🌾 ग्रामीण और छोटे शहरों के कारीगरों पर खास फोकस
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य फोकस ग्रामीण और छोटे शहरों के लोगों पर है, जिन्हें पहले बैंक लोन या सरकारी सहायता तक पहुंच नहीं थी। अब यह योजना उन्हें सीधा प्लेटफॉर्म और वित्तीय सहयोग दे रही है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
🔔 निष्कर्ष
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना न सिर्फ कारीगरों को आर्थिक मदद दे रही है, बल्कि उन्हें नए युग के व्यवसायिक अवसरों से जोड़ रही है। इससे देश के पारंपरिक उद्योगों को नई पहचान और नई ताकत मिल रही है।